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वक़्त ने छीना तुमको मुझसे Wat Ne Chheena Poem Lyrics


वक़्त ने छीना तुमको मुझसे,
लेकिन दिवार पर टकी तुम्हारी तस्वीर आज भी, 
अक्सर दिल में तैरा करती है,
तुमने दिया था एक फूल मुझे, 
मुरझा चला वक़्त की दौड़ में,
लेकिन उसकी  भीनी भीनी महक आज भी,
अक्सर साँसों में तैरा करती है।