Liked

10.12.10

Pin It

रंग बदलते हैं चेहरे भी यहाँ, हर पल, जरा संभल.......................




रंग बदलते हैं चेहरे भी यहाँ हर पल जरा संभल, 
जाने पहचाने चेहरों को अजनबी बनते देखा है मैंने। 

कहते करप्शन को पाप अपनी नेक सफेद जबान से,
छपे कागज के चंद टुकड़ों पे जमीर बेचते देखा मैंने।

क्या करना दौलत का जो इंसानियत ही भुला दे,
दौलत वालों को भी खाली हाथ जाते देखा है मैंने।

फिर सोच ले बहुत नाजुक होते हैं दिलों के मामले,
टूटा दिल फिर कभी यहाँ जुड़ता नहीं देखा है मैंने। 

तोड़ मत देना दोस्ती पुरानी दौलत के फरेब में आकर,
छूटा जिनसे साथ यादों में ढूंढते अक्सर देखा है मैंने। 

एक कमरा अंदर भी बनाना जहां कुछ पल अकेले बिताना,
बाहर वालों को भी आखिरकार अंदर आते देखा है मैंने। 

सच के भी बुलंद हौसले देख हर बार हार कर भी जाने क्यों,
बार बार सच को यूं ही बेवजह ही मुस्कुराते देखा है मैंने। 


If you enjoyed this post and wish to be informed whenever a new post is published, then make sure you Subscribe to regular Email Updates
मेरे बारे में...
रहने वाला : सीकर, राजस्थान, काम..बाबूगिरी.....बातें लिखता हूँ दिल की....ब्लॉग हैं कहानी घर और अरविन्द जांगिड कुछ ब्लॉग डिजाईन का काम आता है Mast Tips और Mast Blog Tips आप मुझसे यहाँ भी मिल सकते हैं Facebook या Twitter . कुछ और

यदि यह आपको उपयोगी लगता है तो कृपया इसे साँझा करें !
Technorati Digg This Stumble Stumble Facebook Twitter
साँझा करें Share It Now !
StumpleUpon DiggIt! Del.icio.us Blinklist Yahoo Furl Technorati Simpy Spurl Reddit Google Twitter FaceBook

Comments
20 Comments
20 टिप्पणियां:
  1. @भारतीय नागरिक जी धन्यवाद, ये बताएं कि आप थे कहाँ?

    जवाब देंहटाएं
  2. रंग बदलते हैं चेहरे भी यहाँ, हर पल, जरा संभल,
    जाने पहचाने चेहरों को, अजनबी बनते देखा है मैंने।

    बहुत खूब ....!!

    जवाब देंहटाएं
  3. रंग बदलते हैं चेहरे भी यहाँ, हर पल, जरा संभल,
    जाने पहचाने चेहरों को, अजनबी बनते देखा है मैंने।
    ... bahut sundar ... behatreen !!!

    जवाब देंहटाएं
  4. सुन्दर रचना !


    अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने धूम्रपान को किया टाटा !

    जवाब देंहटाएं
  5. अरविन्द जी अक्सर ऐसा ही होता है। बहुत जल्दी रंग बदल जाते हैं चेहरों के।

    जवाब देंहटाएं
  6. अरविन्द जी
    चेहरों का रंग बदलना ही तो अखरता है ....बहुत बढ़िया

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत ही सुंदर .दिल को छूती हुई प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  8. हर बार हार कर भी सच को मुस्काते देखा है
    ..वाह!

    जवाब देंहटाएं
  9. हर बार हार कर भी जाने क्यूँ,
    सच को यूं ही मुस्कुराते, देखा है मैंने ।
    बहुत सुन्दर प्रस्तुति...

    जवाब देंहटाएं
  10. अरविन्द जी
    बहुत नाज़ुक अहसासों के साथ लिखी रचना ।

    जवाब देंहटाएं
  11. इंसानी फितरत को बखुबी शब्दों मे ढाला है आपने। बहुत खुब।

    जवाब देंहटाएं
  12. सच्चाई को कविता में खूबसूरती से उकेरा है आपने

    जवाब देंहटाएं
  13. Gahri or jivan ke sach ke bahut kareeb hai aapki rachna.
    Dhanyavad
    Rakesh Sharma
    Jodhpur

    जवाब देंहटाएं
  14. सच लिखा है पर पंक्ति में .. बहुत खूब ...

    जवाब देंहटाएं
  15. आपकी हर ग़ज़ल खूसूरती से कुछ सन्देश देती नज़र आती है...इन विचारों के लिए शुक्रिया..

    जवाब देंहटाएं

Feed Burner Updates

My tips & Tricks

Facebook

People Found Useful Blog Tips at MBT

Support Me !

Support Me By Adding MBT Badge On Your Respective Blog.

 
website-hit-counters.com

© 2010 - 2015. Arvind Jangid All Rights Reserved Arvind Jangid, Sikar, Rajasthan. Template by Mast Blog Tips | Back To Top |