कभी वो बड़ी बेखबरी से गुजरता था Kabhi Vo Badhi Bekhabari Poem Lyrics
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होली का त्यौहार आपके जीवन में नए रंग लेकर आये, आपको अपनों का प्यार मिले, ऐसी मेरी ईश्वर से कामना हैं। इस पावन पर्व पर आपको अग्रिम शुभकामनाएं ।
बचपन में भोलापन बोलता था,
हजार बार तो कहाँ सोचता था।
चेहरों पर यूँ ही एक भरोसा था,
उन्हें हरवक्त तो नहीं तौलता था।
वो रूठ जाया करता था अक्सर,
लेकिन दोस्ती तो नहीं तोड़ता था।
बेपरवाही जिंदगी में थी शामिल,
हकीकत को ख़्वाबों में घोलता था।
आज चंद यादें सीने में सजाये है जो,
कभी वो बड़ी बेखबरी से गुजरता था।
आँखे उस वक्त भी होती थी कभी नम,
फिर भी जीने में कुछ तो हौसला था।
"सच" आज ठहरा वक्त सोचता है,
कभी वो भी आँगन में खेलता था।
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